September 29, 2015 10:04 am

निश्चित ही आत्मतृप्ति से बड़ा सुख इस विश्व में कोई नहीं। …पर आत्मतृप्ति का अनुभव आता ही दूसरों का भला करने से है।

आत्मतृप्ति