April 23, 2015 8:30 am

विवेकानंद ने एक बार कहा भी था कि ज्ञान भी मैंने बहुत पा लिया व पढ़ भी मैं बहुत लिया, और आज उसकी व्यर्थता भी जान ली। …अब तो वह सब भुलाने में लगा हुआ हूँ।

Q 18 mann (vivekanand) Hindi